देश में गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा की जरूरत : राष्टपति

देश में गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा की जरूरत : राष्टपति


देश में गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा की जरूरत : राष्टपति

देश में गुणवत्ता परक उच्च शिक्षा की वकालत करते हुए राष्टपति प्रणब मुखर्जी ने आज यहां कहा कि शिक्षा के क्षेत्रा में बेहतरीन आधारभूत संरचना होने के बावजूद छात्रा विदेशों में अध्ययन के लिए जाते हैं जबकि सचाई यह है कि भारत ने सदियों तक उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में विश्व का नेतृत्व किया है।
जालंधर फगवाडा रोड पर स्थित एक निजी विश्वविद्यालय लवली प्रोफेशनल युनिवर्सिटी के आठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्टपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में शिक्षा के क्षेत्रा में देश में बेहतरीन आधारभूत संरचना तैयार किया गया है।
उन्होंने कहाए इसमें 700 से अधिक विश्वविद्यालय और आठ हजार से अधिक डिग्री कालेज हैंए लेकिन इसके बावजूद हमारे यहां से बच्चे उच्च शिक्षा के लिए आस्टेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में चले जाते हैं। हमें छात्राों के इस प्रवाह को रोकने की जरूरत है और एेसे प्रयास किये जाने चाहिए कि यह प्रवाह विपरीत दिशा में हो।
ने नालंदा और तक्षशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए कहाए भारत ने सदियों तक उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में विश्व का नेतृत्व किया है। हमारा एेसा प्रयास होना चाहिए कि हम इस स्थिति को दोबारा प्राप्त कर सकें।
उन्होंने जोर देकर कहा कि गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा पर ध्यान देने तथा और अधिक शैक्षिक संस्थान का निर्माण करने की जरूरत है ताकि उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में अपनी पुरानी स्थिति में पहुंच सकें और बाहर जाने वाले छात्राों के प्रवाह को विपरीत दिशा में घुमा सकें।

2 comments:

  1. लेकिन इस गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा को आंकने के पैरामीटर कौन तय करेगा, क्यूकि हम सभी वाकिफ हैं की शिक्षा क्षेत्र में हमारी प्रगति सिर्फ और सिर्फ भ्रष्ट सरकारी मशीनरी की भेंट चढ़ गयी है| मेरे हिसाब से गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा के लक्ष्य को पाने के लिए हम सभी को आगे आना होगा और सही मायने में इसे पाने तक प्रयासरत रहना होगा|

  2. शिक्षा अज्ञानता के अन्धकार को समाप्त करता हैए वैज्ञानिक सोच एवं तार्किक क्षमता विकसित करता है| शिक्षा मनुष्य को अर्जन एवं विकास के लिए योग्यता प्रदान करता है|